बड़े ही हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ मनाया गया छठ महापर्व महोत्सव


काशीपुर । पूर्वांचल का सबसे प्रचलित महापर्व आस्था के पर्व छठ पूजा का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। काशीपुर क्षेत्र में भी विभिन्न स्थानों पर छठ पूजा के मौके पर महिलाओं ने छठ मैया और डूबते सूर्य की उपासना की।

        दरअसल इस त्यौहार में सुहागिन महिलाएं अपने घर व परिवार की खुशहाली के लिए छठ माता का व्रत करती हैं और डूबते हुए सूर्य देवता को तथा अगली सुबह उगते सूर्य देवता को जल का अर्घ्य देकर अपने परिवार की खुशहाली की मनोकामना करती हैं। पूर्वांचल के लोगों के लिए विशेष महत्व रखने वाला पर्व छठ पूजा इतना प्रसिद्ध त्यौहार है कि लोग इसे दीपावली व ईद जैसे त्यौहार से कम नहीं समझते हैं। यह छठ पूजा का त्यौहार सतयुग की कहानी बयां करता है जोकि कृतिका माता की छः बहनों का वर्णन करता है और कृतिका माता को ही छठ माता कहा जाता है जिनकी कि इस त्यौहार में पूजा अर्चना की जाती है। इस त्यौहार में महिलाएं जल में खडे होकर छिपते सूर्य देवता को अर्घ्य देकर निर्जल व्रत शुरू करती हैं तथा उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना निर्जल व्रत खोलती हैं और अपने बच्चों तथा अपने परिवार की खुशहाली की मनोकामना छठ माता तथा सूर्य भगवान से करती हैं। वहीं श्रद्धालु ऐसा मानते हैं कि इस व्रत को सच्चे भाव तथा विधि विधान से करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं। यहां हरियावाला, चैती चौराहा सहित आठ स्थानों पर छठ पूजा महोत्सव मनाया जाता है । इसमें सभी अपने व अपने परिवार की खुशहाली के लिए तथा परिवार में आने वाले दुख को दूर करने के लिए छठी मैया से प्रार्थना करने के उद्देश्य से यह व्रत रखा जाता है। उनके मुताबिक 24 घंटे से ज्यादा समय तक का यह व्रत रखा जाता है। वहीं बृहस्पतिवार की सायं बसई चौक हरियावाला शिव मंदिर प्रांगण में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का आयोजन बड़े ही धूम धाम से मनाया गया जो विगत 9 वर्षों से लगातार मनाया जा रहा है।पूजा के आयोजन में सह संयोजक एसआई इंडस्ट्रीज रोटो वाटर टैंक के निर्माता की सह संयोजक की भूमिका में रही।